भारतीय चिकित्सा परिषद, उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक, यूनानी, तिब्बी एवं सिद्धा पद्धतियों के प्रचार-प्रसार के साथ भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों के विकास के लिए भी कटिबद्ध है। भारतीय चिकित्सा परिषद, उत्तराखण्ड राज्य की परिधि में आयुर्वेदिक, यूनानी, तिब्बी एवं सिद्ध पद्धतियों से चिकित्सा व्यवसाय तथा भारतीय चिकित्सा शिक्षा (आयुष) का कार्य कर रहे चिकित्सकों तथा उनके सहायकों (यथा भैषज्य कल्पक (फार्मेसिस्ट), आयुर्वेदिक परिचारिका (नर्सिंग), पंचकर्म सहायक) का पंजीकरण व आयुष/भारतीय चिकित्सा शिक्षा, आयुर्वेद डिप्लोमा पाठय्क्रमों का संचालन भी करती है जिससे कि आयुर्वेद के प्रचार प्रसार में सहायता एवं नवयुवकों को आयुर्वेद के माध्यम से रोजगारपरक पाठ्यक्रमों की जानकारी मिलती है। साथ ही साथ जनसामान्य को भारतीय चिकित्सा पद्धतियों की मौलिकता एवं उपादेयता की भी जानकारी होती है।